जनरल प्रमोशन प्राप्त छात्रों से परीक्षा फीस ना लिए जाने की मांग पर आल इंडिया डीएसओ ने दिया ज्ञापन। * ...
जनरल प्रमोशन प्राप्त छात्रों से परीक्षा फीस ना लिए जाने की मांग पर आल इंडिया डीएसओ ने दिया ज्ञापन।*
जनरल प्रमोशन होने के बाद भी जीवाजी यूनिवर्सिटी के द्वारा छात्रों से की जा रही परीक्षा फीस बसूली के खिलाफ , पूर्व में ले ली गई परीक्षा फीस वापस करने व महाविद्यालय स्तर पर जनभागीदारी समिति के द्वारा परीक्षा आयोजन के लिए ली जाने वाली फीस वापस करने की मांग पर आज दिनांक 7जुलाई को अशोक नगर पी जी कॉलेज के प्राचार्य अशोक शर्मा जी को जीवाजी यूनिवर्सिटी के कुलपति के नाम ज्ञापन दिया गया।
संग़ठन के जिलाध्यक्ष श्याम शाक्य ने बताया कि विदित है कि कोरोना संकट की भयावहता के मद्देनजर परीक्षाएं स्थगित कर उच्च शिक्षा विभाग द्वारा सभी महाविद्यालयीन छात्रों को जनरल प्रमोशन दिया गया है। अर्थात विश्वविद्यालय अब इन परीक्षाओं का आयोजन नहीं करेगा। लेकिन विश्वविद्यालय द्वारा अधिकांश कक्षाओं के छात्रों से परीक्षा फॉर्म भरवाकर परीक्षा फीस पूर्व में ही ली जा चुकी थी और अब शेष छात्रों के लिए भी फीस जमा करने का नोटिफिकेशन विश्वविद्यालय द्वारा जारी कर दिया गया है। अब सवाल है कि जब परीक्षाएं ही नहीं हो रही हैं तो विश्वविद्यालय फीस किस बात की ले रहा है ? परीक्षा कक्ष में चलने वाले पंखे, प्रश्नपत्र आदि से लेकर उत्तर पुस्तिका जांचने और परीक्षा परिणाम घोषित करने तक के खर्चों को मिलाकर ही तो परीक्षा फीस ली जाती है। जबकि जनरल प्रमोशन के कारण इन मदो में होने वाला खर्च शून्य हो गया है तब फिर इस फीस का क्या औचित्य रह जाता है। अब ऐसी स्थिति में भी विश्वविद्यालय द्वारा छात्रों से 2000 से 3000 रुपये तक की मूल परीक्षा फीस, परीक्षाआवेदन शुल्क ₹60, अग्रेषण शुल्क ₹50,परीक्षा शुल्क ₹250 आदि लेना क्या किसी भी तर्क से जायज ठहराया जा सकता है? हजारों छात्रों को लंबे समय से स्कॉलरशिप भी नही मिल सकी है और अभी कोरोना एवं लॉक डाउन के कारण गंभीर आर्थिक संकट का सामना कर रहे छात्रों व अभिभावकों की कोई सहायता करने की जगह इस तरह की फीस वसूली पूरी तरह से अनैतिक है।
जिला सचिव देवेंद्र विजौरे ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन यदि जनरल प्रमोशन के लिए आंकड़े ही इकट्ठा करना चाहता है तो निशुल्क फॉर्म की लिंक जारी कर देनी चाहिए, जिससे छात्र ऑनलाइन सेंटरों के 20-30 रुपये के खर्च पर ही अपना फॉर्म भर सकें। वहीं दूसरी ओर जिन छात्रों की फीस ली जा चुकी है उसे उन्हें वापस किया जाना चाहिए क्योंकि जनरल प्रमोशन के कारण फीस लेने का कोई औचित्य नहीं रह जाता है। अतः हमने समस्त छात्रों की ओर से निम्न मांग की हैं-
1. जिन छात्रों की परीक्षा फीस जमा कराई जा चुकी है वह फीस छात्रों को तत्काल वापस की जाए।
2. जिन छात्रों के परीक्षा फॉर्म नहीं भरे गए हैं उनके लिए एक लिंक जारी कर निशुल्क फॉर्म भरे जाएं।
3. महाविद्यालय स्तर पर जनभागीदारी समिति द्वारा परीक्षा शुल्क के नाम पर ली जाने वाली फीस भी वापस की जाए।
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