महिला चार बच्चियों के साथ पहुंची जनसुनवाई -पति की हो चुकी है मौत, जिला प्रषासन से मांगी आर्थिक सह...
महिला चार बच्चियों के साथ पहुंची जनसुनवाई
-पति की हो चुकी है मौत, जिला प्रषासन से मांगी आर्थिक सहायता
अषोकनगर
ष्बीमारी के चलते पति की मौत हो जाने के बाद परिवार का पहिया चलाने के लिये महिला अपनी चार बच्चियों के साथ आज जनसुनवाई में पहंुची और जिला प्रषासन से जीवन गुजारे के लिये आर्थिक सहायता की मांग की। अपर कलेक्टर डाॅ. अनुज रोहतगी को दिये आवेदन में महिला ने स्वयं के व चार बच्चियों के भरण पोषण की चिंता जताकर प्रषासन के समक्ष सहायता की गुहार लगाई है।
जिले के मुंगावली तहसील के ग्राम बम्मन खिरिया निवासी विधवा निषा पत्नी अनेखसिंह अहिरवार आज दोपहर में जनसुनवाई में अपनी चार छोटी-छोटी बच्चियों के साथ पहंुची और जिला प्रषासन को एक आवेदन दिया। आवेदन में आर्थिक सहायता राषि की मांग की। महिला ने बताया कि उसके पति अनेखसिंह उम्र 29 वर्ष की मृत्यु करीब 8 माह पूर्व 14 जून 2019 को बीमारी के चलते हो चुकी है। इसके अलावा और कोई सहारा नहीं है। बच्चों के सिर से पिता का साया उठ जाने से मां ही उनकी देखभाल कर रही है। जिस कारण से मेहनत-मजदूरी भी नहीं कर पाती। यदि वह मेहनत मजदूरी करने जाती है उसके बच्चे बेसहारा हो जाते हैं। वहीं पति की मौत के बाद अकेली हुई निषा किसी काम धंधे करने की सोच रही है। जिससे कि उसका परिवार का भरण पोषण हो सके।
ग्रामीणों को चार माह से नहीं दिया गया राषन-
जनसुनवाई में ग्रामीणों ने षासकीय उचित मूल्य की दुकान से राषन नहीं मिलन की षिकायत करते हुये राषन उपलब्ध कराने की मांग रखी है। ग्राम डंगाई के ग्रामीण दिनेष कुमार, हरिसिंह, बुद्धदा, प्रकाष, रामरतन, कुंजी, नारान, बानवीर, कैलाषसिंह, राजेंद्र, सुरेष, दिनेष, मिट्ठूलाल, रामपाल, खिलन, राज सहित डेढ़ दर्जन से अधिक ग्रामीणों को राषन नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीण दिनेष कुमार के अनुसार गरीबी रेखा के नीचे व अन्तोदय के राषन काडधारियों को राषन नहीं दिया जा रहा है। जिससे ग्रामीणों को परेषान होना पड़ रहा है। ग्रामीण का कहना है कि राषन की दुकान खुलती ही नहीं है जब खुलती है तो जल्दी बंद हो जाती है जिससे ग्रामीण राषन से वंचित रह जाते हैं। पिछले चार महीने से ग्रमीणों का राषन पता नहीं कहां जा रहा है। ग्रामीणों ने जिला प्रषासन से राषन उपलब्ध कराने की मांग रखी है तथा समय से दुकान खोलने की भी मांग की है ताकि ग्रामीण अपने हक का राषन सहित केरोसिन आसानी से प्राप्त कर सकें।
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