पहले 40 40 बोरी खाद बांटा अब दो बोरी को तरस रहा अन्नदाता ५-५ बोरी खाद न मिलने पर किसानों स्टेट ह...
पहले 40 40 बोरी खाद बांटा अब दो बोरी को तरस रहा अन्नदाता
५-५ बोरी खाद न मिलने पर किसानों स्टेट हाईवे पर दूसरी बार किया प्रदर्शन अपने ट्रैक्टर-ट्राली रखकर सड़क पर लगाया जाम, जिले में खाद की किल्लत के चलते ३-३ बोरी में समझौता कर रहे किसान, किसानों ने खाद की कालाबाजारी को लेकर फिर उठाये सवाल
फोटो-०१
अशोकनगर. जिले में खाद की किल्लत के चलते किसानों ने दूसरी बार स्टेट हाईवे पर जाम लगाकर खाद उपलब्ध कराने की मांग उठाई। रात १२ से २ बजे के लाईन में लगे किसानों ने आज सुबह ८.३५ बजे से खाद वितरण केंद्र के बाहर विदिशा मार्ग पर अपने ट्रैक्टर-ट्रालियों व बाईकों से सड़क जाम कर जमकर नारेबाजी की। कुछ देर बाद मौके पर पहुंचे तहसीलदार इसरार खान ने किसानों से चर्चा कर खाद वितरण प्रारंभ करवाई। इस दौरान किसानों की मांग थी कि गोदाम प्रभारी किसानों को कल १० की वजह ५ बोरी दे रहा था जो आज उसने घटाकर २ बोरी यानि एक क्विंटल कर दी जबकि हमें जरूरत ५ बोरी की है। आपसी समझाईश के बाद ३ बोरी पर सहमति बनी और लाईन में लगे किसानों को टोकन बांटे गये। इस दौरान एसडीएम सुरेश जाधव, एसडीओपी गुरूवचनसिंह, टीआई उपेंद्रङ्क्षसह भाटी सहित प्रशासनिक अमला व पुलिब बल मौके पर पहुंच गया।
नवम्बर लास्ट में हर साल खाद की किल्लत होती है। इस बात की जानकारी जिलाधिकारियों को भी रहती है और जनप्रतिनिधियों को भी। हर बार की तरह किसान यह सोचकर खाद के लिये संघर्ष करता है कि उसे अगली बार परेशान होने की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन सालों से एक ही व्यक्ति को प्रभार देने के बाद हर साल यह गड़बड़ी सामने आती है। बावजूद जिला प्रशासन अपनी कोई कार्रवाई करने में दिलचस्पी नहीं दिखाता। चक्काजाम के दौरान मौके पर पहुंंचे अधिकारियों के समक्ष किसानों ने जमकर आरोप-प्रत्यारोप लगाये लेकिन कार्रवाई वही ढाक के तीन पात साबित हुई।
लाईन लगाकर लिये टोकन तीन बोरी पर मिली खाद
किसानों के हंगामे के बाद मौजूदा स्टाक को देखते हुये किसानों को समझाईश दी गई कि दो-तीन दिनों में खाद अच्छी मात्रा में जिले में पहुंचने वाली है। इसके किसानों को खाद की किल्लत नहीं आयेगी। किसानों की मांग है कि पांच बोरी यूरिया दिया जाये लेकिन गोदाम से मात्र २ बोरी मिलने की बात कहकर किसानों को वापिस किया गया इसको लेकर किसान भड़क गये और जाम लगा दिया। छोटे किसान जगदीश ओझा डोंगर ने बताया कि वह रात २ बजे से लाईन में है और सुबह ८ बजे कह दिया कि २ बोरी खाद मिलेगी। हम क्या दो बोरी के लिये १ हजार रूपये का साधन करके लायें हैं इसी तरह किसान बहादुरसिंह यादव डोंगर, शिवेंद्र यादव खिरियातेल, सतीश यादव, मुकेश चिड़ार, राजकुमार आदि ने भी रात १२ बजे से लाईन में लगे होने की बात कहकर अपना विरोध दर्ज कराया।
पहले पानी की तरह उड़ेली खाद अब किसानों को तरसा रहे
जिले में हर बार पर्याप्त रूप में खाद पहुंचती है लेकिन खाद को जिले के सीमावर्ती जिलों में भेज दिया जाता है। जिले में छोटे किसानो को खाद की आवश्यकता नवम्बर के दूसरे या तीसरे सप्ताह में अधिक पड़ती लेकिन तब उन्हें मिलती नहीं। सूत्र बताते हैं कि गोदाम प्रभारी द्वारा खाद को अपने चहेतों को भरपूर मात्रा में दे दी जाती है। जिले में पर्याप्त रूप से खाद आती है लेकिन प्रारंभ में गोदाम प्रभारी द्वारा मिलीभगत करके खाद को पानी की तरह उड़ेल दिया गया और आज किसानों को खाद के लिये अपनी नींद और समय बर्वाद करना पड़ रहा है। बड़े व मझौले किसानों एवं दलालों के लिये एक-एक ट्राली खाद बांटी गई। एक ग्राम पंचातय के सरपंच ने बताया कि मुझे जरूरत १५ से २० बोरी की थी लेकिन जब मैंने ५०० रूपये दिये तो मुझे २० बोरी खाद दे दी गई।
किसानों ने खाद वितरण केंद्र प्रभारी पर लगाये आरोप
अपने अभद्र व्यवहार के लिये पहचान पा चुके खाद गोदाम प्रभारी श्री तिवारी पर किसानों ने जमकर आरोप लगाये। किसानों ने कैमरों के सामने बताया कि गोदाम प्रभारी मिलीभगत से खाद का विक्रय करता है। अपनी सांठ-गंाठ करके इनके द्वारा पूर्व में ट्राली भरकर किसानों को खाद दे दी। यदि पहले से ही नियंत्रण रखा जाता तो खाद आज पर्याप्त रूप में होती और किसान परेशान नहीं होते। किसान राजकुमार कुशवाह ने बताया कि श्री तिवारी द्वारा किसानों से अभद्र व्यवहार किया जाता है। सालों से एक ही जगह जमें गोदाम प्रभारी का तबादला आज तक नहीं किया गया। किसानों ने आरोप लगाते हुये कहा कि जब भी किसानों की भीड़ रहती है तब छोटे किसान परेशान होते रहते हैं क्योंकि बीच के और बड़े किसानों को खाद को कोटा श्री तिवारी पहले ही पूरा कर देते हैं जिससे बड़े किसान प्रदर्शन करने वाले किसानों की भीड़ में कभी दिखाई नहीं देते।
वर्जन
स्टॉक के हिसाब से किसानों को खाद उपलब्ध कराईं जा रहीं हैं। जिले में रैक रूके हुये हैं जैसे ही आ जाएंगे किसानों को उनकी मांग के अनुसार खाद बांटी जायेगी। किसानों को अभी ३-३ बोरियां खाद वितरित की गई है। मेरे बाजार में उपलब्ध खाद का स्टाक भी देखा जा रहा है। व्यापारियों के पास खाद का स्टाक है तो उसका वितरण शासकीय रेट पर किसानों को कराया जाएगा।
इसरार खान, तहसीलदार अशोकनगर
गत दिवस जिले में दो व्यापारियों के यहां खाद के ट्रक आये थे। नैशनल फर्टिलाईजर लिमिटेड एनएफएल से रोशन कोहली और अर्चित कांसल के लाईसेंस बने हुये हैं। उनके निजी गोदाम में प्रशासन की निगरानी में खाद के करीब ८०० बोरियां रखवाईं गईं हैं। गोदाम पर खाद खत्म होने के बाद शासकीय रेट पर निजी गोदाम से खाद का वितरण कराया जा सकता है।
सुरेश जाधव, एसडीएम अशोकनगर
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