बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा * के अध्यक्ष भानू सहाय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प...
बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा* के अध्यक्ष भानू सहाय ने पत्रकार वार्ता में बताया कि प्रयागराज को राजधानी बनाकर प्रयागराज मण्डल, कानपुर मंडल एवं मिर्ज़ापुर मण्डल को जोड़कर केंद्र सरकार द्वारा बुंदेलखण्ड राज्य निर्माण किये जाने के बावत समाचार पत्रों एवं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही खबरों का बुंदेलखण्ड निर्माण मोर्चा द्वारा जोरदार विरोध किया जाएगा। अखंड बुन्देलखंड के भौगोलिक क्षेत्र से किसी भी तरह का परिवर्तन बर्दाश्त नही होगा।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद झांसी, जालौन, ललितपुर, बाँदा, हमीरपुर, महोबा एवं चित्रकूट को मिलाकर हाल ही में बुंदेलखण्ड विकास बोर्ड का गठन किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने जनपद सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, पन्ना एवं दतिया को मिलाकर बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण का गठन किया है।
*उत्तर प्रदेश सरकार वा मध्य प्रदेश सरकार ने जिस क्षेत्र को बुन्देलखण्ड क्षेत्र की मान्यता दी है उसी क्षेत्र को अखंड बुन्देलखण्ड मानकर केंद्र सरकार ने बुन्देलखण्ड पैकेज दिया है जो वर्तमान सरकार द्वारा आज भी व्यय किया जा रहा है।*
भानू सहाय ने कहा कि *वास्तविक एवं केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा घोषित क्षेत्र में कुछ तहसील क्षेत्र और जोड़कर केन्द्र सरकार को शीघ्र बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण करना चाहिए।*
उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के पदाधिकारी 10 अक्टूबर से दो माह के भीतरअखण्ड बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों सहित समस्त राजनैतिक दलों के अध्यक्ष वा प्रदेश पदाधिकारियों के घर- घर जाकर अनुरोध करेंगे कि वे प्रधानमंत्री एवं अपने दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिख कर मांग करें कि *बुन्देलखण्ड के निवासियों की भावना के अनुसार उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के क्षेत्र को मिलाकर बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण शीघ्र किया जाये।*
छोटे - बड़े चुनाव में प्रत्याशी बुन्देलखंड राज्य निर्माण के भावनात्मक मुद्दे को जोर शोर से उठाकर बुंदेलियों से वोट तो ले लेते है और चुनाव बाद मुद्दे को बिसार कर बुन्देलखण्ड की जनता से छल करते है। हमारा प्रयास होगा कि पूर्व वा वर्तमान जनप्रतिनिधि अब राज्य निर्माण की मांग के साथ खड़े नजर आऐं।
जो जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी पत्र नहीं लिखेगा उनका सार्वजनिक विरोध किया जाएगा।
बुन्देलखण्ड के जनप्रतिनिधियों को अबअपनी स्थिति स्पष्ट करना होगी की वे बुन्देलखंड राज्य निर्माण के समर्थन में खड़े है या विरोध में।
कथनी को करनी में परिणित करने का समय आ गया है।
पत्रकारवार्ता में अशोक सक्सेना,एडवोकेट महामंत्री, वरूण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, रघुराज शर्मा, गिरजाशंकर राय, उत्कर्ष साहू, बंटी द्विवेदी, गोलू ठाकुर कुली नेता , हरवंश लाल,रसीद क़ुरैशी, नरेश वर्मा, प्रेम सपेरा, बृजेश राय,दुष्यन्त सिंह चौहान, जयकरण निर्मोही,रितेश वर्मा, सुनील अहिरवार उपस्थित रहे।
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा जनपद झांसी, जालौन, ललितपुर, बाँदा, हमीरपुर, महोबा एवं चित्रकूट को मिलाकर हाल ही में बुंदेलखण्ड विकास बोर्ड का गठन किया है।
मध्य प्रदेश सरकार ने जनपद सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह, पन्ना एवं दतिया को मिलाकर बुंदेलखण्ड विकास प्राधिकरण का गठन किया है।
*उत्तर प्रदेश सरकार वा मध्य प्रदेश सरकार ने जिस क्षेत्र को बुन्देलखण्ड क्षेत्र की मान्यता दी है उसी क्षेत्र को अखंड बुन्देलखण्ड मानकर केंद्र सरकार ने बुन्देलखण्ड पैकेज दिया है जो वर्तमान सरकार द्वारा आज भी व्यय किया जा रहा है।*
भानू सहाय ने कहा कि *वास्तविक एवं केन्द्र तथा राज्य सरकारों द्वारा घोषित क्षेत्र में कुछ तहसील क्षेत्र और जोड़कर केन्द्र सरकार को शीघ्र बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण करना चाहिए।*
उन्होंने बताया कि बुन्देलखण्ड निर्माण मोर्चा के पदाधिकारी 10 अक्टूबर से दो माह के भीतरअखण्ड बुन्देलखण्ड क्षेत्र के वर्तमान एवं पूर्व जनप्रतिनिधियों सहित समस्त राजनैतिक दलों के अध्यक्ष वा प्रदेश पदाधिकारियों के घर- घर जाकर अनुरोध करेंगे कि वे प्रधानमंत्री एवं अपने दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पत्र लिख कर मांग करें कि *बुन्देलखण्ड के निवासियों की भावना के अनुसार उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश के क्षेत्र को मिलाकर बुन्देलखण्ड राज्य का निर्माण शीघ्र किया जाये।*
छोटे - बड़े चुनाव में प्रत्याशी बुन्देलखंड राज्य निर्माण के भावनात्मक मुद्दे को जोर शोर से उठाकर बुंदेलियों से वोट तो ले लेते है और चुनाव बाद मुद्दे को बिसार कर बुन्देलखण्ड की जनता से छल करते है। हमारा प्रयास होगा कि पूर्व वा वर्तमान जनप्रतिनिधि अब राज्य निर्माण की मांग के साथ खड़े नजर आऐं।
जो जनप्रतिनिधि या पदाधिकारी पत्र नहीं लिखेगा उनका सार्वजनिक विरोध किया जाएगा।
बुन्देलखण्ड के जनप्रतिनिधियों को अबअपनी स्थिति स्पष्ट करना होगी की वे बुन्देलखंड राज्य निर्माण के समर्थन में खड़े है या विरोध में।
कथनी को करनी में परिणित करने का समय आ गया है।
पत्रकारवार्ता में अशोक सक्सेना,एडवोकेट महामंत्री, वरूण अग्रवाल, हमीदा अंजुम, रघुराज शर्मा, गिरजाशंकर राय, उत्कर्ष साहू, बंटी द्विवेदी, गोलू ठाकुर कुली नेता , हरवंश लाल,रसीद क़ुरैशी, नरेश वर्मा, प्रेम सपेरा, बृजेश राय,दुष्यन्त सिंह चौहान, जयकरण निर्मोही,रितेश वर्मा, सुनील अहिरवार उपस्थित रहे।
झांसी से नजमा आब्दी की रिपोर्ट
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