सिंधिया को किया पराजित उनके ही शिष्य ने दी पटखनी डॉक्टर केपी सिंह यादव की विजय होने पर निकाला गया जुलूस ईसागढ़ बाइक रैली के साथ बा...
उनके ही शिष्य ने दी पटखनी
डॉक्टर केपी सिंह यादव की विजय होने पर निकाला गया जुलूस ईसागढ़ बाइक रैली के साथ बांटी गई मिठाइयां
मोदी लहर ने किया कांग्रेस का सूपड़ा साफ
चुनावी मैदान में उतरने वाले कई उम्मीदवार ऐसे होते हैं, जिनकी जीत को लेकर पूरा देश निश्चिंत रहता है। हर पार्टी में ऐसे कई स्टार कैंडिडेट होते हैं जिनके बारे में माना जाता है कि वो जिस सीट से खड़े हो रहे हैं, वहां से उनकी जीत तय है, लेकिन 2019 के लोकसभा चुनाव में ऐसे कई नेताओं की अपराजेय छवि धूमिल हुई है।
चुनावी इतिहास में यह पहली बार होगा जब गुना लोकसभा सीट से सिंधिया परिवार के किसी सदस्य को हार का सामना करना पड़ा
ज्योतिरादित्य सिंधिया गुना लोकसभा सीट पर पिछले चार लोकसभा चुनावों से लगातार जीत हासिल करते आए हैं। ग्वालियर के बाद गुना को सिंधिया परिवार का सबसे मजबूत गढ़ माना जाता है,
लेकिन इस बार ज्योतिरादित्य सिंधिया को यहां से अप्रत्याशित हार का स्वाद चखना पड़ा है।
उनके सामने भाजपा उम्मीदवार डॉ. केपी सिंह यादव को खड़ा किया था, जिन्होंने सिंधिया को रुझान के बाद काफी पीछे छोड़ दिया है। सिंधिया को एक लाख से अधिक वोटों से पराजित किया । उल्लेखनीय है कि डॉ. केपी यादव मूल रूप से कांग्रेसी थे। मुंगावली उपचुनाव के दौरान टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर उन्होंने गुना में सिंधिया के खिलाफ भाजपा का झंडा उठा लिया था। एम पी आम चुनावों में भाजपा ने केपी को मुंगावली से टिकट भी दिया था, लेकिन वह मामूली अंतर से हार गये थे। परंतु भाजपा का उन पर विश्वास कायम रहा और अब लोकसभा का टिकट सिंधिया के खिलाफ ही दे दिया था डॉ. केपी अब सिंधिया के खिलाफ निर्णायक बढ़त बनाकर जीत की है। लगभग एक लाख से ज्यादा वोटों से उनकी जीत हुई है
एसएस स्टार न्यूज़ बन के लिए ईसागढ़ से कैमरामैन देवेंद्र कुशवाह के साथ शरीफ खान की रिपोर्ट
हम लोगो ने सोचा भी नहीं था जो हो गया
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